सतर्ण का उदय: इस वीकेंड देखें 'सबसे चमकीला और बड़ा' दृश्य
सतर्ण, सूरज से छठा ग्रह और हमारे सौरमंडल में दूसरा सबसे बड़ा ग्रह, जिसके पास उसके महान छलके हैं जो उसके महाकाय को घेरते हैं। इस वीकेंड, 26-27 अगस्त, सतर्ण अपने सबसे चमकीले और बड़े रूप में प्रकट होने वाला है, जिसकी बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे हैं तारामंडली दर्शक। यह घटना एक आकाशीय घटना का परिणाम है जिसे परावर्तन कहा जाता है, जहाँ सतर्ण, पृथ्वी और सूरज एक सीधी रेखा में संरेखित हैं, जिसमें पृथ्वी दो अन्य ग्रहों के बीच स्थित है। इस संरेखण से सतर्ण की अधिकतम प्रकाशन होने की अनुमति होती है, जिससे यह विशेष रूप से ज्योतिमय प्रतिभाग करता है।
सतर्ण, सूरज से छठा ग्रह और हमारे सौरमंडल में दूसरा सबसे बड़ा ग्रह, जिसके पास उसके महान छलके हैं जो उसके महाकाय को घेरते हैं। इस वीकेंड, 26-27 अगस्त, सतर्ण अपने सबसे चमकीले और बड़े रूप में प्रकट होने वाला है, जिसकी बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे हैं तारामंडली दर्शक। यह घटना एक आकाशीय घटना का परिणाम है जिसे परावर्तन कहा जाता है, जहाँ सतर्ण, पृथ्वी और सूरज एक सीधी रेखा में संरेखित हैं, जिसमें पृथ्वी दो अन्य ग्रहों के बीच स्थित है। इस संरेखण से सतर्ण की अधिकतम प्रकाशन होने की अनुमति होती है, जिससे यह विशेष रूप से ज्योतिमय प्रतिभाग करता है।